हो हो हो
हो हो हो
बेहती रेहती
लेहर नदिया सी
तेरी दुनिया मे
मेरी दुनिया है
तेरी चाहतों मे
तू साथ है हो दिन रात है
अगर तुम साथ हो
तू साथ है हो दिन रात है
साया साया माही वे माहि वे
मेरी हर बात मे साथ तू है
माही वे माहि वे
मेरे सारे हालत तू
हो हो हो
ये जीना भी ना जीना भी
है दोनों का तुमसे ही वास्ता
मैं ही तो हूँ तेरा पता
है दूसरा ना कोई रास्ता
तुम साथ हो या ना हो क्या फरक है (तुम साथ हो या ना हो क्या फरक है)
बेदर्द थी ज़िंदगी बेदर्द है (बेदर्द थी ज़िंदगी बेदर्द है)
तू साथ है हो दिन रात है
अगर तुम साथ हो
तू साथ है हो दिन रात है
साया साया माही वे माहि वे
मेरी सब राज़ कल आज तू है
माही वे माही वे
मेरी हर उड़ान एक तू
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म (हा हा हा हा हा हा हा हा)
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म (हा हा हा हा हा हा हा हा)
हा हा हा
पल भर ठेहर जाओ दिल ये संभल जाये
कैसे तुम्हें रोका करूँ
मेरी तरफ आता हर गम फिसल जाये
आंखो मे तुमको भरूँ
बिन बोले बातें तुमसे करूँ
अगर तुम साथ हो
तुम साथ हो
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Agar Tum Saath Ho-Maahi Ve - Jubin Nautiyal and Prakriti Kakar
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※ Letrista
A. R. RAHMAN, ABHIJIT SHARAD VAGHANI, IRSHAD KAMIL